------ बताइए ये ब्लोगर कौन हैं ? ---------------------
-----------------------------------------------------
पहेली-१९ का सही हल- सीमा गुप्ता
----------------------------------------------------
विजेता हैं- श्री ओम वर्मा (आपको बहुत-बहुत बधाई)
----------------------------------------------------
इनके जवाब भी सही हैं-
श्री अविनाश वाचस्पति, श्री समीर लाल , श्री रंजन, प्रवीन शुक्ल, सीमा गुप्ता, अनूप शुक्ल, संगीता पुरी!
----------------------------------------------------
( कुल प्राप्त टिप्पणियां- ४४ )
सभी ब्लोगर भाई-बहनों से निवेदन है- इस ब्लॉग पर टिपण्णी देकर केवल फर्ज अदा न करें, सही जवाब भी देने की भी कोशिश करें, ये ब्लॉग आपका अपना है, आप अपनी टिप्पणियों द्वारा अपने अन्य ब्लोगर भाई से चाहे तो हल्का मजाक-मस्ती कर सकते हैं, इसकी छुट है, हाँ, इस बात का ख्याल रखें की आपके द्वारा किसी के दिल को ठेस न पहुंचे, प्यार दीजिये, प्यार पाइए, यही इस ब्लॉग का मकसद है, आपका ही स्नेह इस ब्लॉग को शिखर पर ले जा रहा है, मैं आप सभी का अत्यंत आभारी हूँ, धन्यवाद!
-------------------------------------------------------------
श्री ओम वर्मा की जगह मेरा फोटो क्यो लगा दिया.
ReplyDeleteआंखें तो आपने दी छिपा
ReplyDeleteऔर साइड भी दी है घुमा
पर मुझे तो लग रहे हैं
भाई अरूण कुमार झा।
आज तो लगता है विवेक जी है
ReplyDeleteजिससे आपकी एक अधिक टिप्पणी आ जाये
ReplyDeleteऔर लड्डू बांटने की जिम्मेदारी आप निभायें
पर हम तो भूल ही रहे हैं भैया
सीमा जी को बधाई और
और पहचानने वाले
ओम जी को भी शुभकामनायें
हरिओम।
स्वप्नलोक वाले विवेक सिंह नही बल्कि 'सुना आपने' वाले विवेक जी
ReplyDeleteये ओम वर्मा कौन है?
ReplyDeleteओम वर्मा विजेता हैं
ReplyDeleteआपके जैसे दिखते हैं
या कुंभ के मेले में
बिछड़े आपके जुड़वा भाई हैं
ये तो राजीव तनेजा हैं भाई..............
ReplyDeleteप्यारे भाई सुरेशजी,
ReplyDeleteआशा है, स्वास्थ्य अच्छा होगा...............
एक निवेदन कर रहा हूँ...........
भाई, आपने पहले विजेता की तस्वीर टांगी है तो
उसकी भी फोटो टांगना चाहिए जिसका आपने
सबसे पहले कार्टून बनाया था.............क्योंकि
पहले कार्टून बना...........फिर कोई विजेता हुआ ।
अगर कार्टून न बनता तो कोई विजेता भी कैसे होता...?
और सबसे महत्त्वपूर्ण बात ये है कि संजय बेंगाणी
भले आदमी हैं इसका मतलब ये नहीं कि आप उन्हें
यों ही अकेला छोड़ दो............अरे भाई कोई तो हो..............
बात करने वाला..........ha ha ha ha
अलबेला खत्री जी सही कह रहे हैं .. से राजीव तनेजा जी ही हैं !!
ReplyDeleteअल्बेला जी को बधाई!!
ReplyDeleteभई हम तो हर बार एडवांस में बधाई बाँट् जाते हैं। क्यों कि हमारे जवाब देने से पहले ही कोई सही जवाब दे चुका होता है:)
कहे पहले बधाई देते हो भाई 'वत्स'जी,
ReplyDeleteकार्टून मैंने नहीं बनाया जो ...मेरी बात कन्फर्म हो........
लेकिन एक बात बताऊँ............
हैं तो ये राजीव तनेजा ही.................हा हा हा हा
न भी हों तो, कमीज़ तो उनकी ही है,,,,,,,,,हा हा हा हा
वो भी न हो तो कोई बात नहीं, कल फ़िर तरी करेंगे ....हा हा हा
अलबेला जी, आपका सुझाव सोचनीय है, मुझे याद है सबसे पहला कार्टून तो आपका ही बनाया था, अब आप ये बताएं कहाँ टंगेंगे? संजय जी के साथ या नीचे जहां विज्ञापन लगे है ? मेरी सलाह है विज्ञापन वाली जगह टंग जाएँ , प्रचार भी मिलता रहेगा..आपका क्या ख़याल है.:) :)
ReplyDeleteराजीव तनेजा नही है।
ReplyDeleteअनिल भाई ने कट कर दिया अब नये सिरे से दिमाग लगाना पड़ेगा
ReplyDeleteकहीं भी टांग दो यार...........
ReplyDeleteपर टांग दो.........
हाथ मत देना.............हा हा हा हा
विजेताओं को बधाई।
ReplyDeleteआदरणीय वर्मा जी की बधाई. ये राजीव तनेजा जी ही हैं
ReplyDeleteregards
ओम वर्मा तो जाने कौन हैं मगर राजीव तनेजा को तो तो जानते हैं.
ReplyDeleteराजीव तनेजा ही हैं
ReplyDeleteउनके मुंह के अंदर के दांत
चमक रहे हैं
ध्यान से देखें।
जहां तक टांगने का सवाल है
ReplyDeleteसबको टांगना चाहिए
उपर से नीचे फिल्म की स्ट्रिप की तरह
एक रील बनाकर लगानी चाहिए
सब विजेता और
जिनका बना हो कार्टून
उन सबको टांग दो
और ब्लॉग का नाम
टंगने के इच्छुक टिप्पणियां करें
विजेता बनने पर टंगें
एक खेल खेला जाए
एक बार विजेता बनने पर
फोटो टांग दिया जाए
दूसरी बार बनने पर
फिर उतार दिया जाए
तीसरी बार फिर टांगा जाए
चौथी बार फिर उतारा जाए
महीना पूरा होने पर
टंगा रह जाए तो ठीक
नहीं तो अगली बार फिर
दौड़ जारी रहे।
और अगर टंगा हुआ उतरने से मना कर दे तो क्या करेंगे.
ReplyDeleteवर्मा जी जो उतरने से मना करेगा
ReplyDeleteउसकी टांग पकड़ कर खींचना होगा
पर हम टांग खींचने वालों में से नहीं है
इसलिए उपाय कोई तीसरा ही करना होगा
जो टंगा रहेगा
नीचे नहीं आएगा
वो अगली बार टिप्पणी
पहचान करने वाली
कैसे लगाएगा ?
जब उतर कर आएगा
तो उसे अगली बार
टांगा ही नहीं जाएगा
एक टांगे पर बिठाकर
टांगें बांध देंगी उसकी।